छत्तीसगढ़: स्कूल में शिक्षक न होने की शिकायत पर छात्रों को DEO से मिली धमकी
छात्रों ने कहा स्कूल में टीचर नहीं तो छत्तीसगढ़ के DEO ने कथित रूप से बच्चों से ही बदसलूकी की और शिकायत करने पर जेल में डालने की धमकी दी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी मामले को उठाया।
Chhattisgarh DEO Threatened Students Over No Teachers Complaint? | छत्तीसगढ़ स्थित राजनांदगांव (Rajnandgaon) के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की अनुपस्थिति को लेकर जब छात्रों ने अधिकारियों से शिकायत की तो उल्टा छात्रों को ही कथित धमकी देने और उन्हें बुरी तरह डाँटे जाने की खबर सामने आ रही है। सोशल मीडिया पर कई वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में छात्रों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को लेकर चिंतित छात्रों द्वारा जब समस्या को जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के सामने उठाया, तो उन्हें उचित समाधान देने के बजाय, अधिकारियों ने उन्हें फटकारा और धमकाया।
Chhattisgarh DEO Threatened Students?
छात्रों ने यह पूरा घटनाक्रम से स्थानीय मीडिया के सामने बयां किया और इसके बाद मामला अब सुर्खियों में है। विद्यार्थियों का आरोप है कि शिक्षकों की कमी के चलते उनकी पढ़ाई पर काफी बुरा असर पड़ रहा है। लेकिन इस संबंध में जब स्कूल के छात्र DEO से मिलने गए और उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के लिए शिक्षकों की अनुपस्थिति की शिकायत की, तो अधिकारी ने उन्हें डांटते हुए जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद छात्र उपायुक्त (DM) कार्यालय पहुंचे, जहां से उन्हें फिर से DEO के पास भेजा गया, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
इस बीच, एक रोती हुई छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो में छात्रा कह रही है कि DEO ने उन्हें डांटते हुए पूछा, “ये आवेदन लिखना तुम्हें किसने सिखाया?” इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त समस्याओं को एक बार फिर उजागर कर दिया है। तमाम आम जनमानस समेत राजनैतिक पार्टियों और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी मामले की जांच कर, संबंधित अधिकारी के ख़िलाफ कार्यवाई की मांग की है।
रोती हुए स्कूली छात्रा का वीडियो वायरल
मीडिया से बातचीत में छात्र-छात्राओं ने बताया कि उन्होंने किसी तरह 11वीं की परीक्षा तो पास कर ली, लेकिन अब 12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर वे डरे हुए हैं। जब वे अपनी समस्या का समाधान करवाने के उद्देश्य से DEO के पास पहुंचे, तो उल्टा उनके साथ ही बदतमीजी की गई।
मुख्यमंत्री @vishnudsai जी! कृपया तत्काल संज्ञान लें. @drramansingh जी. https://t.co/bmZHJyTrlq
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 3, 2024
क्या होगी कार्यवाई?
गौरतलब है कि देश के कई सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के मामले सामने आते रहे हैं,। शिक्षक नियुक्तियों में देरी व अन्य तमाम वजहों की वजह से बड़ी संख्या में छात्रों की रोजाना की पढ़ाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
माननीय मुख्यमंत्री @vishnudsai जी, आदरणीय @drramansingh जी..
अगर इन बच्चियों की आँख में आंसू लाने वाले ज़िला शिक्षा अधिकारी अभय जयसवाल के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं हुई तो क्या ये बच्चियाँ भविष्य में अपने साथ हुए अन्याय पर आवाज़ उठा पाएँगी?
सोचकर देखिए…
अभय जयसवाल को बर्खास्त… pic.twitter.com/wFbcyHrUAt
— Ayush Pandey🇮🇳 (@ayushconnects) September 4, 2024
लेकिन यह मामला वाकई गंभीर हो जाता है, क्योंकि जब हम खुद युवाओं और बच्चों को अधिकारों के प्रति जागरूक रहने की बात सीखते हैं, तो ऐसे में एक जवाबदेह अधिकारी अगर ऐसा अनुचित व्यवहार करेगा तो देश के भविष्य पर क्या असर होगा? फिलहाल देखना यह है कि क्या राज्य सरकार इस मामले की जांच करवाती है और क्या दोषी पाए जाने पर अधिकारी के ख़िलाफ कोई ठोस कार्यवाई होगी?
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