बेरोजगारी: 46,000 ग्रैजूएट्स ने सफाईकर्मी की नौकरी के लिए किया आवेदन
लगभग ₹15000 प्रति माह सैलरी वाली संविदा सफ़ाई कर्मचारी की नौकरियों के लिए आवेदन देने वालों में लगभग 39990 ग्रैजुएट और 6112 पोस्ट-ग्रैजुएट युवा हैं। पूरी खबर पढ़ें!
46000 Graduates Apply For Sanitation Worker Job Amid Unemployment | भारत में बेरोजगारी की समस्या अब एक विकराल रूप ले रही है। इसका ताजा उदाहरण हरियाणा से सामने आया है। हरियाणा कौशल रोज़गार निगम (HKRN) द्वारा जारी संविदा सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए 46,000 से अधिक स्नातक (ग्रैजूएट्स) और स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रैजूएट्स) उम्मीदवारों ने भी आवेदन किया है। आंकड़े राज्य एजेंसी द्वारा जारी बताए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार ₹15000 प्रति माह सैलरी वाली इन नौकरियों के लिए आवेदन देने वालों में लगभग 39990 ग्रैजुएट और 6112 पोस्ट-ग्रैजुएट युवा हैं।
साथ ही इस सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए आवेदन करने वालों में 12वीं पास 1,17,144 उम्मीदवार भी शामिल हैं। HKRN एक राज्य सरकार का निकाय है, जिसने हरियाणा में अनुबंध के तहत सफाई कर्मियों के पदों पर भर्ती निकाली हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 6 अगस्त से 2 सितंबर 2024 तक 39,990 स्नातकों और 6,112 से अधिक स्नातकोत्तरों ने HKRN में इन पदों के लिए आवेदन किया।
Graduates Apply For Sanitation Worker
यह भी सामने आया है कि इस पद के लिए उम्मीदवारों ने गलती से आवेदन नहीं किया होगा, क्योंकि नौकरी का विवरण साफ-साफ दिया गया है। विवरण में यह भी बताया गया था कि पद की जिम्मेदारियों के तहत सार्वजनिक स्थानों, सड़कों, और भवनों की सफाई, झाड़ू लगाने और कचरा हटाने का कार्य शामिल है। आवेदकों को यह सुनिश्चित करना होता है कि वे नौकरी का विवरण पढ़ चुके हैं और केवल अपने गृह जिले में तैनात होने की सहमति देते हैं।
वहीं रिपोर्ट में HKRN के एक अधिकारी के हवाले से यह भी बताया गया है कि निकाय के माध्यम से सरकारी विभागों, बोर्डों और निगमों द्वारा नियुक्त किए गए अनुबंधित सफाईकर्मियों को प्रति माह लगभग ₹15,000 का वेतन मिलेगा।
स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों की इतनी बड़ी संख्या का सफाई कर्मचारी पदों के लिए आवेदन करना राज्य में बेरोज़गारी की गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है। माना जा रहा है कि कुछ लोगों को सरकारी नौकरी का आकर्षण था, तो कुछ ने इसे इसलिए चुना क्योंकि वे कोई और नौकरी नहीं पा सके।
आवेदन करने वाले कुछ अभ्यर्थियों का कथित रूप से कहना है कि उनके पास कोई नौकरी नहीं है, और वह घर बैठे हैं, इसलिए उन्होंने सफाई कर्मचारी के लिए आवेदन किया। रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसी एक उम्मीदवार नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग में स्नातक की डिग्री रखती हैं और फिलहाल राजस्थान से इतिहास में मास्टर की डिग्री पूरी कर रही हैं।
देश में बढ़ती बेरोज़गारी
16 अगस्त को जारी पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) के डेटा से भी हरियाणा में बेरोज़गारी के संकट की पुष्टि होती है। रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में 15 से 29 वर्ष की आयु के बेरोज़गार लोगों की संख्या अप्रैल से जून 2024 की तिमाही में बढ़कर 11.2% हो गई, जबकि जनवरी से मार्च की तिमाही में यह 9.5% थी।
बढ़ती बेरोज़गारी और नौकरियों की कमी के कारण, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सीमित होते जा रहे हैं, जिससे उन्हें सभी तरह की नौकरियों के लिए आवेदन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। यह स्थिति रोजगार संकट की गंभीरता को दर्शाती है।
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