Infosys Offer Letter: 2022 बैच के 1,000+ फ्रेशर्स को मिले ऑफर लेटर्स
आईटी कर्मचारी संघ NITES के अनुसार, लगभग 2 साल की देरी के बाद Infosys ने 2022 बैच के 1,000 से अधिक फ्रेशर्स को ‘सिस्टम इंजीनियर’ पद के लिए ऑफर लेटर्स जारी किए हैं। लेकिन कथित तौर पर ‘डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर’ पदों के लिए चयनित लगभग 300 फ्रेशर्स को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
Infosys Issues Offer Letter To Freshers From 2022 Batch After Joining Delay | इंफोसिस ने हाल ही में 2022 बैच के 1,000 से अधिक फ्रेशर्स को सिस्टम इंजीनियर पद के लिए ऑफर लेटर्स जारी किए हैं। खबरों के मुताबिक, यह जानकारी आईटी कर्मचारी संघ NITES (Nascent Information Technology Employees Senate) द्वारा 2 सितंबर को साझा की गई। इन उम्मीदवारों की जॉइनिंग डेट 7 अक्टूबर, 2024 तय की गई है। तमाम उन उम्मीदवारों को इससे एक बड़ी राहत मिली है, जो पिछले 2.5 वर्षों से अपने जॉइनिंग का इंतजार कर रहे थे।
Infosys Issues Offer Letter After Joining Delay
इंफोसिस फ्रेशर्स हायरिंग में देरी (Infosys Joining Delay)?
साल 2022 में इन फ्रेशर्स को इंफोसिस (Infosys) द्वारा चयन की पुष्टि की जा चुकी थी, लेकिन अस्पष्ट कारणों के चलते उनकी जॉइनिंग में देरी (Infosys Joining Delay) हो रही थी। उम्मीदवारों लगभग 2 सालों से ऑफर लेटर का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कथित तौर पर कंपनी द्वारा कोई पुख्ता जवाब नहीं मिल रहा था। लेकिन ये खबर सामने आने के बाद, कुछ ही दिनों पहले Infosys ने इन उम्मीदवारों को 2024 में दो प्री-ट्रेनिंग सत्रों में भाग लेने के लिए कहा, जिसमें से अंतिम सत्र 19 अगस्त को आयोजित किया गया था।
जॉइनिंग में देरी होते देख कई उम्मीदवारों के मन में संदेह और चिंता पैदा हो गई थी। कई उम्मीदवारों का कहना था कि न तो उनकी जॉइनिंग करवाई जा रही थी और न ही कोई स्पष्ट जवाब दिया जा रहा था। ऐसे में असमंजस की स्थिति में वह किसी और कंपनी में भी अप्लाई नहीं कर पा रहे थे। ऐसे हालातों में उन्हें आर्थिक और मानसिक दोनों तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था।
Infosys के CEO की प्रतिक्रिया
फ्रेशर्स जॉइनिंग में देरी संबंधित इस नए मामले में मनीकंट्रोल की हालिया रिपोर्ट के अनुसार Infosys के सीईओ, सलिल पारेख ने मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कंपनी द्वारा दिए गए हर ऑफर लेटर (Infosys Offer Letter) का सम्मान किया जाएगा और सभी उम्मीदवारों को कंपनी में शामिल होने का अवसर मिलेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि कुछ जॉइनिंग डेट्स में बदलाव किया गया है, लेकिन इसके अलावा कोई अन्य परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर पदों का क्या?
जानकारी में यह भी सामने आया है कि भले ‘सिस्टम इंजीनियर’ पद के उम्मीदवारों को राहत मिली है, लेकिन ‘डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर’ पद के लगभग 300 फ्रेशर्स का भविष्य अभी भी अनिश्चित बना हुआ है। इस पद के लिए चयनित उम्मीदवारों की सैलरी 6.5 लाख रुपये प्रति वर्ष (अनुमानित) है, जबकि सिस्टम इंजीनियर पद के लिए सैलरी 3.6 लाख रुपये प्रति वर्ष अनुमानित है।
Infosys Offer Letter: NITES का हस्तक्षेप
पुणे स्थित आईटी कर्मचारी संघ NITES ने इसके पहले Infosys पर “शोषण और गैर-पेशेवर व्यवहार” का आरोप लगाते हुए, इस मामले को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सामने भी उठाया है। संघ का दावा है कि 2,000 इंजीनियरिंग ग्रैजूएट्स के साथ इंफोसिस (Infosys) द्वारा अनुचित व्यवहार किया गया है। यह वहीं उम्मीदवार थे, जिन्हें 2022-23 की भर्ती प्रक्रिया के दौरान सिस्टम इंजीनियर और डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर पदों के लिए चयनित किया गया था।
इंफोसिस के भर्ती आंकड़े
वित्तीय वर्ष 2022-23 में Infosys ने 50,000 से अधिक फ्रेशर्स की भर्ती की थी, लेकिन यह संख्या वित्तीय वर्ष 2023-24 में घटकर लगभग 11,900 हो गई। इसके अलावा, Infosys ने पिछले दो दशकों में पहली बार अपने कुल कर्मचारियों की संख्या में गिरावट दर्ज की है। यह स्थिति कंपनी के भविष्य के लिए चिंताजनक हो सकती है, खासकर जब कंपनी के विकास की दर धीमी हो रही हो।
आज भी देश के तमाम कॉलेजों से निकले फ्रेशर्स के लिए Infosys जैसी MNC कंपनी में शामिल होना एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया के दौरान फ्रेशर्स के धैर्य और विश्वास का भी सवाल प्रमुख रहा। भले Infosys द्वारा हाल ही में उठाए गए कदम सराहनीय हैं, लेकिन कंपनी को इस तरह की देरी और अनिश्चितता से बचने के लिए अपनी भर्ती प्रक्रियाओं को और अधिक पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाना होगा।
इंफोसिस के इस निर्णय का फ्रेशर्स के करियर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, लेकिन रिपोर्ट्स की माने तो डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर पद के उम्मीदवारों के लिए अभी भी चुनौतियां बनी हुई हैं। अब देखना यह है कि Infosys कैसे इन मुद्दों को सुलझाता है और अपने कर्मचारियों व फ्रेशर्स का विश्वास जीत पता है।