वर्क फ्रॉम ऑफिस ‘मेंटल हेल्थ’ के लिए अधिक लाभकारी होता है: स्टडी
वर्क कल्चर एंड मेंटल वेलबिंग (Work Culture & Mental Wellbeing) शीर्षक वाली सैपियंस लैब्स (Sapiens Labs) की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्क फ्रॉम ऑफिस करने वाले कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य, रिमोट या हाइब्रिड वर्क करने वालों की तुलना में कहीं बेहतर है।
Work From Office is beneficial for mental health, Study finds | हाल ही में अमेरिका आधारित रिसर्च संगठन सैपियंस लैब्स (Sapiens Labs) द्वारा किए गए एक वैश्विक अध्ययन में पाया गया है कि ऑफिस से काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य, रिमोट या हाइब्रिड कार्य करने वालों की तुलना में बेहतर है। इस अध्ययन में 65 देशों के 54,000 से अधिक कर्मचारियों का सर्वे किया गया, जिसमें भारतीय कर्मचारियों की मानसिक स्थिति के सकारात्मक पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया।
“वर्क कल्चर एंड मेंटल वेलबिंग” (Work Culture & Mental Wellbeing) शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि अच्छे कार्यस्थल संबंध और कार्य में उद्देश्य की भावना कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके विपरीत, कार्यस्थल पर कमजोर संबंध और उद्देश्य की कमी से उदासी, निराशा और कम प्रेरणा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Work From Office कल्चर के फायदे
अध्ययन में यह खास तौर पर उजागर किया गया कि जहां यूरोपीय और अमेरिकी कर्मचारी हाइब्रिड या रिमोट काम (Work From Home) को पसंद करते हैं, वहीं भारतीय कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य ऑफिस में काम करने (Work From Office) के दौरान अधिक सकारात्मक रहा। यह विश्लेषण भारत के संदर्भ में खास मायने रखता है, क्योंकि अब तक माना जाता रहा था कि कर्मचारियों में तनाव और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का मुख्य कारण काम का दबाव और ऑफिस का टॉक्सिक माहौल होता है।
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इस अध्ययन के मुताबिक, भारत के ऑफिसों में कमजोर संबंध और मानसिक तनाव के बीच का संबंध वैश्विक औसत की तुलना में कही अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, जहां वैश्विक औसत 16% और अमेरिका में 18% कर्मचारी काम के अत्यधिक बोझ का अनुभव करते हैं, वहीं भारत में केवल 13% कर्मचारी ऐसे हैं जो काम के बोझ को असहनीय मानते हैं। इसका मतलब ये है कि भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर वर्क कल्चर का प्रभाव वर्क-लोड मैनेजमेंट से अधिक महत्वपूर्ण है।
ऑफिस में मजबूत संबंधों का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
सैपियंस लैब्स की संस्थापक तारा त्यागराजन के अनुसार, ऑफिस में संबंधों की गुणवत्ता और मकसद कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं। जब कर्मचारी अपने सहकर्मियों के साथ सकारात्मक संबंध बनाते हैं और अपने काम पर गर्व महसूस करते हैं, तो उनकी मानसिक स्थिति मजबूत होती है। चाहे काम का प्रकार जो भी हो, सकारात्मक कार्यस्थल संस्कृति का मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है।
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सैपियंस लैब्स के शोधकर्ताओं का मानना है कि इस डेटा को सार्वजनिक करने का उद्देश्य संगठनों को यह समझाने में मदद करना है कि वर्क कल्चर के कौन-कौन से तत्व कर्मचारियों की मानसिक स्थिति और प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। इस रिपोर्ट से संगठनों को यह समझने का अवसर मिलता है कि केवल वर्कलोड मैनेजमेंट ही नहीं, बल्कि अच्छे कार्यस्थल संबंध भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
कार्यस्थल पर स्वस्थ संबंधों को बढ़ावा देने से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है और इससे कर्मचारियों की उत्पादकता और समर्पण में भी वृद्धि हो सकती है। देखा जाए तो सैपियंस लैब्स की “वर्क कल्चर एंड मेंटल वेलबिंग” रिपोर्ट भारत में मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय कार्यस्थल संस्कृति में सुधार कर संगठनों को कर्मचारियों की भलाई और उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने के अवसर मिलते हैं।