कंसल्टिंग फर्म एक्सेंचर (Accenture) ने कथित रूप से 6 महीने के लिए सभी प्रमोशन को टाल दिया है। दिसंबर में होने वले प्रमोशन पर फैसला अब जून में हो सकता है।
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Accenture Delays Promotion |ग्लोबल कंसल्टिंग और प्रोफेशनल सर्विसेज कंपनी एक्सेंचर (Accenture) द्वारा अपने प्रमोशन साइकिल में एक बड़ा बदलाव किए जाने की बात सामने आ रही है। परंपरागत रूप से दिसंबर में होने वाले प्रमोशन अब जून में किए जाएंगे। यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब कंसल्टेंसी सेक्टर में आर्थिक चुनौतियों का सामना किया जा रहा है। कंपनी ने यह बदलाव उस समय किया है जब वैश्विक आर्थिक माहौल में अस्थिरता है और कंपनियों का खर्च तेजी से घट रहा है।
इस नए निर्णय की जानकारी कंपनी के आंतरिक संदेश के माध्यम से ब्लूमबर्ग (Bloomberg) द्वारा सामने आई है। Accenture की इस कथित आंतरिक घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में करीब 5% की गिरावट देखी गई, जिससे यह साल 2024 में निगेटिव टेरिटरी में प्रवेश कर गया है। एक्सेंचर (Accenture) के इस कदम को कंसल्टेंसी उद्योग में व्यापक रूप से महसूस की जा रही आर्थिक चुनौतियों के रूप में देखा जा रहा है, जहां कॉर्पोरेट क्लाइंट्स के खर्च में कटौती का प्रभाव स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है।
एक्सेंचर में टला प्रमोशन (Accenture Delays Promotion)
प्रमोशन चक्र को 6 महीने के लिए टाले जाने की खबर संबंधित रिपोर्ट के हवाले से Accenture के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रमोशन शेड्यूल को बदलने का निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि कंपनी को अपने ग्राहकों की रणनीतियों और डिमांड स्तर को बेहतर तरीके से समझने का मौका मिल सके। आमतौर पर मध्य वर्ष (जून) में कंपनी को अपने ग्राहकों के आगामी कदमों और व्यावसायिक मांग के बारे में अधिक स्पष्टता मिलती है, जिससे प्रमोशन प्रक्रिया को उसी समय पूरा करना अधिक उपयुक्त होता है।
एक्सेंचर द्वारा लिया गया यह निर्णय (Accenture Delays Promotion) कंसल्टेंसी उद्योग में व्यापक बदलावों का हिस्सा है। अन्य प्रमुख कंसल्टिंग फर्म्स जैसे मैकिंज़ी (McKinsey), अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst & Young) और प्राइस वॉटरहाउस कूपर्स (PwC) ने भी हाल के महीनों में अपने स्टाफिंग स्तर में बदलाव किए हैं। यह सभी कंपनियां आर्थिक मंदी और घटते कॉर्पोरेट खर्च के बीच खुद को अनुकूलित करने के लिए अपने स्टाफ और प्रमोशन प्रक्रियाओं में बदलाव कर रही हैं।
Accenture के Promotion Delays का शेयर पर असर
प्रमोशन शेड्यूल में बदलाव की घोषणा के बाद मंगलवार को एक्सेंचर के शेयरों में करीब 5% की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट ने कंपनी के शेयरों को इस वर्ष निगेटिव क्षेत्र में धकेल दिया है। निवेशकों ने कंसल्टेंसी उद्योग पर मंडराते आर्थिक संकट को देखते हुए इस खबर पर प्रतिक्रिया दी।
प्रमोशन में देरी से कर्मचारियों के करियर पर क्या असर पड़ेगा, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। प्रमोशन की प्रक्रिया कर्मचारियों के विकास, प्रदर्शन और कंपनी में उनकी जिम्मेदारियों को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। इस बदलाव के चलते कई कर्मचारी चिंतित हो सकते हैं कि उनके करियर के विकास में देरी होगी, खासकर उन कर्मचारियों के लिए जो दिसंबर में प्रमोशन की उम्मीद कर रहे थे।
कंपनी के सामने चुनौतियाँ
आने वाले महीनों में एक्सेंचर के सामने चुनौतियों के साथ-साथ अवसर भी होंगे। कंपनी को न केवल अपने प्रमोशन साइकिल में बदलाव का प्रबंधन करना होगा, बल्कि उसे अपने ग्राहकों की बदलती मांग और आर्थिक परिस्थितियों का भी सामना करना होगा। हालांकि, एक्सेंचर जैसी बड़ी कंपनियां अपने व्यवसाय मॉडल को तेजी से अनुकूलित कर सकती हैं, जिससे उन्हें इन चुनौतियों से उबरने में मदद मिल सकती है।
कुल मिलाकर, Accenture का प्रमोशन साइकिल में बदलाव एक बड़ा निर्णय है। आर्थिक अनिश्चितता और घटते कॉर्पोरेट खर्च ने कंसल्टेंसी कंपनियों को अपने ऑपरेशनल मॉडल को पुनर्विचार करने पर मजबूर किया है। Accenture के लिए यह निर्णय उसके कर्मचारियों और निवेशकों दोनों के लिहाज से दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है।
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