Zomato Bans AI Images: जोमैटो ने बैन की एआई फूड इमेज, ये है वजह?
दीपिंदर गोयल ने कहा कि Zomato एआई-जनरेटेड तस्वीरों को जितना हो सके, अपने प्लेटफार्म से हटाने के लिए ऑटोमेशन का भी इस्तेमाल करेगी।
Zomato Bans AI Images of Food Items | फूड डिलीवरी स्टार्टअप जोमैटो (Zomato) के सीईओ दीपिंदर गोयल ने प्लेटफार्म पर एआई-जनरेटेड फूड इमेज पर बैन लगाने का ऐलान किया है। गोयल ने बताया कि जोमैटो अब अपने प्लेटफार्म पर एआई-जनरेटेड फूड इमेजेस को हटाने के लिए सख्त कदम उठाने जा रहा है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि एआई-जनरेटेड डिश इमेजेस ग्राहकों के बीच असंतोष का कारण बन रही थीं। ग्राहकों का कहना है कि यह भ्रम की स्थिति पैदा करने जैसा है। खाने की एआई तस्वीरों के चलते फूड डिलीवरी ऐप पर ग्राहकों की शिकायतें, रिफंड की संख्या में वृद्धि और रेटिंग्स में गिरावट आ रही थी।
एआई द्वारा बनाई गई खाने के तस्वीरें स्वाभाविक रूप से वास्तविकता में ग्राहकों को डिलीवरी के समय मिलने वाले फूड आइटम से काफी अलग होती हैं। इससे ग्राहकों को धोखे या छला हुआ सा महसूस होता है। यह चीज जोमैटो के लिए एक बड़ी समस्या बनती दिख रही है।
जोमैटो पर एआई इमेज बैन | Zomato Bans AI Images
दीपिंदर गोयल के अनुसार, एआई-जनरेटेड तस्वीरों का इस्तेमाल ग्राहकों के अनुभव को खराब कर रहा है। इसके चलते जोमैटो को ज्यादा रिफंड्स और कम रेटिंग्स में बड़े पैमाने पर वृद्धि देखनें को मिल रही है।
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जोमैटो (Zomato) ने इसलिए अब रेस्टोरेंट मालिकों से आग्रह किया है कि अगर उन्होंने अब तक अपने मेन्यू के लिए वास्तविक व्यंजनों या डिश की तस्वीरों में निवेश नहीं किया है, तो वे जल्द से जल्द ऐसा करें। जोमैटो की कैटलॉग सपोर्ट टीम इस प्रक्रिया में उनकी मदद करने के लिए उपलब्ध है।
At Zomato, we use various forms of AI, to make our workflows efficient.
However, one place where we strongly discourage the use of AI is images for dishes in restaurant menus. AI-generated food/dish images are misleading, and we have received numerous customer complaints on this… pic.twitter.com/XXgSDGr6Aj
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) August 18, 2024
जोमैटो की नई नीति | Zomato New Policy
दिग्गज फूड डिलीवरी ऐप ने साफ किया है कि वह अगस्त के अंत से एआई-जनरेटेड फूड इमेजेस को अपने प्लेटफार्म से हटाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके साथ ही, Zomato ने अपने रेस्टोरेंट पार्टनर्स से अपील की है कि वे अपने मेन्यू में असली डिश की इमेजेस का ही इस्तेमाल करें। जोमैटो की मार्केटिंग टीम को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी मार्केटिंग गतिविधियों में एआई-जनरेटेड तस्वीरों का इस्तेमाल न करें।
हालांकि जोमैटो अपने अन्य वर्कफ्लो में एआई का व्यापक रूप से उपयोग कर रहा है, लेकिन डिश इमेजेस के मामले में कंपनी ने स्पष्ट कर दिया है कि यहां एआई का उपयोग उचित नहीं है। दीपिंदर गोयल ने कहा कि कंपनी एआई-जनरेटेड इमेजेस को जितना हो सके, अपने प्लेटफार्म से हटाने के लिए ऑटोमेशन का भी उपयोग करेगी।
इस नई नीति की घोषणा से पहले, 16 अगस्त को, जोमैटो के शेयरों में 1.77 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी। कंपनी ने पिछले एक वर्ष में 112.65 प्रतिशत का रिटर्न दिया है, जो इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रमाण है। यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब जून 2024 में कंपनी ने बताया था कि वह Paytm के मूवीज और इवेंट्स बिजनेस को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है।
Zomato का Group Ordering फीचर
कुछ दिन पहले जोमैटो (Zomato) ने अपने प्लेटफॉर्म पर ‘ग्रुप ऑर्डरिंग फीचर‘ (Group Ordering Feature) लॉन्च किया है। इसके तहत उपयोगकर्ता अपने दोस्तों या परिवार के साथ एक ‘शेयरिंग कार्ट‘ (Sharing Cart) बना सकते हैं। फिर सभी लोग अपने पसंदीदा खाने को उसी कार्ट में ऐड कर सकते हैं। इसके बाद एक साथ एक ही ऐप से यह ऑर्डर किया जा सकता है।
जोमैटो का यह कदम न केवल ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए है, बल्कि कंपनी की विश्वसनीयता को भी बनाए रखने के लिए आवश्यक है। एआई-जनरेटेड फूड इमेजेस को हटाकर, जोमैटो अपने प्लेटफार्म पर वास्तविकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देना चाहता है, जो दीर्घकालिक रूप से ग्राहकों और व्यवसाय दोनों के लिए लाभकारी होगा।