पक्षियों के मल पर रिसर्च कर रहे छात्रों ने खोजा कैंसर से लड़ने वाला नया कंपाउंड
Cancer Fighting Elements | अमेरिका में कुछ स्कूली छात्रों ने एक ऐसी खोज की है, जो चिकित्सा जगत में नई संभावनाओं का द्वार खोल सकती है। मिड-स्कूल के इन छात्रों ने अपने स्थानीय पार्क से एक साधारण से नमूने – जो असल में गीज़ (हंस) का मल था – का अध्ययन करते हुए एक अनोखा कंपाउंड खोजा है, जो ओवेरियन कैंसर और मेलानोमा (त्वचा के कैंसर) की कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा कर सकता है।
प्राकृतिक स्रोतों से एंटीबायोटिक खोजने की मुहिम (Cancer Fighting Elements)
यह खोज शिकागो विश्वविद्यालय (University of Illinois at Chicago) के प्रोफेसर ब्रायन मर्फी की टीम और स्थानीय Boys and Girls Club के बीच साझेदारी के तहत की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को वास्तविक वैज्ञानिक शोध के अनुभव से रूबरू कराना था। छात्रों ने 14 सप्ताह के इस प्रोग्राम में पर्यावरणीय नमूने इकट्ठा किए और उनको वैज्ञानिक प्रक्रिया के हर संभव चरण से गुजारा।
कैसे हुई इस कंपाउंड की खोज?
- नमूनों का संग्रह:
छात्रों ने अपने स्थानीय समुदायों से बैक्टीरिया युक्त नमूने इकट्ठा किए। इनमें से एक नमूना शिकागो के गारफील्ड पार्क से प्राप्त गीज़ के मल का था। - बैक्टीरिया का परीक्षण:
छात्रों ने बैक्टीरिया कॉलोनियों को ग्रोथ प्लेट्स से उठाकर एक विशेष रोबोट की मदद से उनकी एंटीबायोटिक गतिविधि का परीक्षण किया। - नया कंपाउंड ‘ऑर्फामाइड N’:
गीज़ के मल में मौजूद बैक्टीरिया Pseudomonas idahoensis से एक नया कंपाउंड पाया गया, जिसे वैज्ञानिकों ने ‘ऑर्फामाइड N‘ नाम दिया। - कैंसर कोशिकाओं पर प्रभाव:
प्रारंभिक लैब परीक्षणों में ऑर्फामाइड N ने ओवेरियन कैंसर और मेलानोमा कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा करने की क्षमता दिखाई।
शोध का महत्व (Cancer Fighting Elements)
यह शोध इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे विज्ञान और शिक्षा के बीच सहयोग से बड़े स्तर पर खोज की जा सकती है। इस प्रोजेक्ट ने न केवल छात्रों को वास्तविक वैज्ञानिक प्रक्रिया का अनुभव दिया, बल्कि उन्हें STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्रों में करियर के लिए प्रेरित भी किया।
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ऑर्फामाइड N: चिकित्सा क्षेत्र में संभावनाएं
हालांकि ऑर्फामाइड N सीधे तौर पर एंटीबायोटिक गतिविधि के लिए जिम्मेदार नहीं था, लेकिन इसका कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने का गुण इसे और अधिक शोध के योग्य बनाता है। वैज्ञानिक अब इसके अन्य संभावित औषधीय उपयोगों का अध्ययन कर रहे हैं।
गीज़ के मल से मिले इस कंपाउंड की कहानी विज्ञान के क्षेत्र में नए प्रयोगों और नवाचारों की आवश्यकता पर जोर देती है। यह दिखाता है कि साधारण सी चीजों में भी असाधारण संभावनाएं छिपी हो सकती हैं। ऐसे कार्यक्रमों से न केवल शिक्षा में नवाचार होता है, बल्कि समाज व हेल्थकेयर जैसी तमाम सेक्टर्स को नई दिशा देने वाली खोजें भी सामने आती हैं।