भारत म्यांमार ‘फ्री मूवमेंट रिजीम’ बंद, अमित शाह का ऐलान, पर क्या है ये?
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने भारत म्यांमार ‘फ्री मूवमेंट रिजीम’ को बंद करने का ऐलान कर दिया है. दोनों देशों के बीच कुल सीमा पर बाड़ (Fence) लगाया जाएगा.
गुरुवार को अचानक भारत (India) ने पड़ोसी देश म्यांमार (Myanmar) को लेकर बड़ा ऐलान किया. भारत के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने म्यांमार ‘फ्री मूवमेंट रिजीम‘ को बंद / रद्द (Free Movement Regime Ends) करने की घोषणा कर दी है. यह बड़ा फैसला सीधा भारत और म्यांमार के लोगों को प्रभावित करेगा.
इसका केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट करके किया. इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी के भारतीय सीमाओं को सुरक्षित बनाने के संकल्प का हवाला दिया गया है. बताया गया कि देश की आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए गृह मंत्रालय ने यह कदम उठाया है.
India Myanmar Free Movement Regime Kya Hai?
भारत और म्यांमार के बीच ‘फ्री मूवमेंट रिजीम’ बंद हो गई, लेकिन देश के तमाम अन्य हिस्सों में अधिकांश लोगों को ये नहीं पता कि इंडिया एंड म्यांमार फ्री मूवमेंट रिजीम क्या है? ये दोनों देशों (भारत और म्यांमार) के बीच एक तरह की मुक्त आवाजाही व्यवस्था है. इस रिजीम के लागू रहने से भारत और म्यांमार अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर दोनों देशों के निवासी बिना किसी वीजा या डॉक्यूमेंट के एक-दूसरे के क्षेत्र में 16 किलोमीटर अंदर तक जा सकते हैं.
लेकिन अब फ्री मूवमेंट रिजीम बंद होने के बाद भारत-म्यांमार के बीच नहीं आवाजाही फ्री या सरल नहीं होगी. इसके लिए पर्याप्त ट्रैवल डॉक्यूमेंट होना जरूरी होगा.
India Myanmar Free Movement Regime Ends, Reason?
इसके निर्णय के पीछे सबसे मुख्य कारण म्यांमार के मौजूदा हालात मानें जा रहे हैं. फरवरी 2021 में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट हुआ था. उसके बाद से कथित तौर पर देश में हिंसा में भारी इज़ाफा देखने को मिला. इसके चलते म्यांमार के लगभग 31,000 से अधिक लोगों ने भारत के निकटवर्ती राज्यों (जैसे मिजोरम, मणिपुर आदि) में शरण ली.
म्यांमार से भारत के चार राज्यों की सीमाएँ लगती हैं. कुल स्थलीय सीमा की लंबाई 1,643 किलोमीटर बताई जाती है.
म्यांमार-भारत सीमा साझा करने वाले राज्यों की लिस्ट;
- अरुणाचल प्रदेश
- नगालैंड
- मणिपुर
- मिजोरम
इस कदम के पीछे कई अन्य कारण (Reason) भी अनुमानित हैं, जैसे;
- म्यांमार में फैली अशांति व हिंसा से बचाव
- गैर-कानूनी आगमन व तस्करी से रोकथाम
- उत्तर पूर्वी राज्यों की जनसांख्यिकीय संरचना को बनाए रखने का प्रयास
- मणिपुर के माहौल को शांत बनाए रखने का प्रयास
It is Prime Minister Shri @narendramodi Ji's resolve to secure our borders.
The Ministry of Home Affairs (MHA) has decided that the Free Movement Regime (FMR) between India and Myanmar be scrapped to ensure the internal security of the country and to maintain the demographic…
— Amit Shah (@AmitShah) February 8, 2024
India Myanmar Border Fence
गृह मंत्री अमित शाह ने दो दिन पहले ही ऐलान किया था कि भारत म्यांमार के साथ लागने वाली पूरी सीमा पर बाड़ (Fence) लगाए जाएँगे. ये कुल 1,643 किलोमीटर लंबा बॉर्डर फेन्स होगा. इसके साथ ही भारतीय सुरक्षाबलों की प्रभावी गश्ती सुनिश्चित करने के लिए ट्रैकों का निर्माण भी किया जाएगा.