पहले iPhones और अब भारत में लगभग 78,000 ‘घर’ बनाएगा Apple
भारत में पिछले 3 सालों में Apple करीब 1.5 लाख प्रत्यक्ष रोजगार देने के बाद अब मॉडर्न कर्मचारी आवास बनाने जा रहा है।
भारत में पहले ही आईफोन (iPhones) समेत अपने कुछ उत्पादों का विनिर्माण शुरू कर चुकी एप्पल (Apple) अब ‘घर’ बनाते भी नजर आएगी। कंपनी भारत में लगभग 78,000 घरों का निर्माण करने जा रही है। मजाक स्वरूप में इसे एप्पल आवास योजना (Apple Building Houses In India) तक कहा जाने लगा है। तो हैरान मत हो जाइएगा अगर कुछ दिनों बाद आपको देश में Apple के बनाए घर नजर आएं।
लेकिन फोन, लैपटॉप और टेक गैजेट्स बनाने वाली Apple भला घर को बनाएगी? आपमें से शायद बहुतों के मन में ये सवाल चल रहा होगा। तो आइए इसका जवाब भी बता देते हैं…
Apple Building 78000 Houses In India
दरअसल Apple भारत में अपने कर्मचारियों को आवासीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए घरों का निर्माण करने जा रही है। देश में यह कंपनी की ओर से एम्प्लॉय वेलफेयर की दिशा में उठाया गया नया कदम होगा।
इन आवासों की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि पिछले ढाई सालों में Apple भारत में 1,50,000 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां प्रदान करते हुए कर्मचारियों को जोड़ सकी है। इसे भारत में रोजगार सृजन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में भी देखा जाता है। Apple India ने अब अपने कारखाने के कर्मचारियों को आवासीय सुविधाएं प्रदान करने का मन बनाया है।
Apple Awas Yojana
इस खबर पर केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी, राजीव चन्द्रशेखर ने भी मोहर लगा दी है। उन्होंने X (Twitter) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जानकारी साझा की।
राजीव चन्द्रशेखर ने बताया कि भारत में पिछले 3 सालों में Apple ईकोसिस्टम में करीब 1.5 लाख प्रत्यक्ष रोजगार देने के बाद अब कंपनी 50,000 से अधिक मॉडर्न कर्मचारी आवास बनाने जा रही है। ये आवास कई मामलों में खास होंगे। Apple के बनाए ये आवास फैक्ट्री के पास स्थित होंगे।
भारत में ‘कर्मचारी/श्रमिक आवास निर्माण’ के लिहाज से यह किसी भी निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी पहल साबित होगी। 19-24 वर्ष की महिला श्रमिकों के लिए भी हाउसिंग यूनिट्स बनाई जा रही हैं। गौरतलब है कि भारत में Apple के कुल कर्मचारियों में लगभग 70% हिस्सेदारी महिलाओं की ही है।
यह काफ़ी हद तक कंपनी के चीन और वियतनाम के आपूर्तिकर्ताओं द्वारा बनाए गए आवास मॉडल की तर्ज पर होगा। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईड योजना के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी के मॉडल को आधार बनाते हुए 78,000 से अधिक आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जाएगा।
इसमें से करीब 58,000 इकाइयां तमिलनाडु में स्थित होंगी। तमिलनाडु में फॉक्सकॉन (Foxconn) के स्वामित्व वाला देश के सबसे बड़ा iPhone प्लांट लगा हुआ है।
योगदानकर्ता + डेवलपर्स: इस प्रोजेक्ट को तमिलनाडु राज्य उद्योग संवर्धन निगम, टाटा समूह और एसपीआर इंडिया मिलकर पूरा करेंगे। फंडिंग मॉडल की बात करें तो इसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और निजी कंपनियां मिलकर योगदान देंगी। केंद्र सरकार लगभग कुल पूंजी का 10-15 प्रतिशत हिस्सा प्रदान कर सकती है।
कब तक मिलेंगे आवास: इस कर्मचारी आवासीय योजना को 31 मार्च, 2025 तक पूरा करने की कोशिश की जाएगी।
Another big milestone in PM @narendramodi jis visionary #PLI scheme.
▶️Apple ecosystem after creating 1,50,000 direct new jobs in 3 years, now building 50,000 modern worker housing units near factories
▶️ largest private sector initiative to build worker housing
▶️ House… pic.twitter.com/GDbbaDu0uB
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳(Modiyude Kutumbam) (@Rajeev_GoI) April 8, 2024
ये भी पढ़ें: