SBI ने ECI को सौंपा पूरा इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा, पर ‘अकाउंट नंबर’ व ‘KYC’ डिटेल शामिल नहीं!
एसबीआई ने चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड के यूनिक नंबर समेत कुछ नई जानकारियां दी हैं। पर इसमें भी ‘अकाउंट नंबर’ और ‘केवाईसी’ डिटेल शमिल नहीं हैं। इसका कारण बताया गया है।
इलेक्टोरल बॉन्ड मामला: सुप्रीम कोर्ट (SC) की फटकार के बाद भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बॉन्ड से जुड़ी बाकी जानकारियां भी चुनाव आयोग (ECI) को सौंप दी हैं। इसमें इलेक्टोरल बॉन्ड के यूनिक नंबर भी शमिल हैं। यह बात SBI चेयरमैन ने शीर्ष अदालत में दायर हलफनामें में बताई। लेकिन बैंक अकाउंट नंबर (Account Number) और केवाईसी (KYC) की पूरी डिटेल नहीं दी गई। इसके कारण भी बताए गए। (SBI Given All Electoral Bond Data?)
SBI द्वारा चुनाव आयोग (ईसी) को सौंपी गई इन नई जानकारियों को आयोग गुरुवार रात या शुक्रवार की सुबह तक वेबसाइट में अपलोड कर सकता है। उम्मीद की जा रही है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के ‘यूनिक नंबर’ सामने आने से बॉन्ड के खरीददार और इसे भुनाने वाली राजनीतिक पार्टियों का कनेक्शन सामने आ सकेगा। लिंक स्थापित होगी।
SBI ने ECI को दिया पूरा Electoral Bond Data?
एसबीआई द्वारा चुनाव आयोग की दी गई इलेक्टोरल बॉन्ड की नई डिटेल्स में निम्न चीजें शामिल होने हैं;
बॉन्ड खरीददारों की डिटेल
- इलेक्टोरल बॉन्ड का सीरियल नंबर
- इलेक्टोरल बॉन्ड का यूएरएन नंबर
- बॉन्ड खरीद की तारीख
- बॉन्ड की एक्सपायरी तारीख
- बॉन्ड का नंबर
- बॉन्ड की राशि
- जारीकर्ता बैंक की ब्रांच
राजनीतिक पार्टियों की डिटेल:
- बॉन्ड का सीरियल नंबर
- इलेक्टोरल बॉन्ड भुनाने की तारीख
- राजनीतिक दल का नाम
- अकाउंट नंबर के आखिरी के चार नंबर
- इलेक्टोरल बॉन्ड का नंबर
- इलेक्टोरल बॉन्ड की राशि
- पेमेंट करने वाली बैंक की ब्रांच
- पे-टेलर की जानकारी
SBI ने क्यों नहीं दी अकाउंट नंबर और KYC की जानकारी?
अपने हलफनामें में एसबीआई चेयरमैन ने पूरा अकाउंट नंबर और केवाईसी को पब्लिक नहीं करने का कारण बताया है। इसके पीछे बैंक ने सुरक्षा वजहों का हवाला दिया है। बैंक का कहना है कि अकाउंट नंबर का पूरा अंक या राजनीतिक पार्टियों या खरीददार की केवाईसी डिटेल को सार्वजनिक नहीं किया गया, क्योंकि इससे कई मोर्चों पर सुरक्षा प्रभावित हो सकती है।
एसबीआई ने साफ किया कि इन दोनों जानकारियों को छोड़ कर, अन्य सभी जानकारियां उपलब्ध करवा दी गई हैं।
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