Zerodha Down: जेरोधा का Kite ऐप फिर डाउन? क्या होती है आउटेज की वजह
जेरोधा (Zerodha) व इसका काइट ऐप (Kite App) क्या फिर से हो गया है डाउन, आ गई नई आउटेज? क्या हो सकती है वजह, आइए समझते हैं!
स्टॉक मार्केट: भारत के अग्रणी डिस्काउंट ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म में से एक जेरोधा (Zerodha) व इसका काइट ऐप (Kite App) रह-रह कर कई बार डाउनटाइम या क्रैश समस्याओं से जूझता नजर आता रहा है। इस वजह से जेरोधा के यूजर्स की काफी निराश व परेशान होते रहते हैं, और सोशल मीडिया पर #ZerodhaDown या #ZerodhaDownAgain लिखते हुए अपनी शिकायतें दर्ज करवाते दिखाई पड़ते हैं।
21 जून 2024 को ही कुछ समय के लिए फिर जेरोधा या जीरोधा (Zerodha) के Kite ऐप में ‘टेक्निकल ग्लिच‘ देखनें को मिलता था। कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर जीरोधा के काइट ऐप (Kite App) से स्टॉक ट्रेड न कर पाने से लेकर ऐप की स्क्रीन फ्रीज या रुक जाने जैसी तमाम दिक्कतों का जिक्र किया। ट्रेडर्स की शिकायत रही कि वह किसी तकनीकी खामी के चलते ऐप से प्लेटफॉर्म को एक्सेस ही नहीं कर पा रहे।
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Zerodha Kite App Down Issue
आइए आज यही समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर दिग्गज ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म जेरोधा (Zerodha) को बार-बार ‘Glitch‘ या ‘Error’ जैसी समस्याओं का सामना क्यों करना पड़ता है? और इस दिक्कत के पीछे क्या-क्या संभावित कारण हो सकते हैं?
Zerodha डाउन है? क्या है इतिहास
अगस्त 2010 में दो भाइयों नितिन और निखिल कामथ द्वारा शुरू किए गए स्टॉक ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म Zerodha पिछले कुछ सालों में कई बार डाउनटाइम का सामना कर चुका है। जेरोधा को डाउनटाइम, ग्लिच व एरर संबंधित कई उदाहरणों का सामना करना पड़ा है। गौरतलब है कि यूजर्स को सबसे अधिक परेशानी तब होती है जब अक्सर महत्वपूर्ण ट्रेडिंग समय के दौरान प्लेटफॉर्म ठप हो जाता है।
हाल के 21 जून के पहले भी 3 जून को जब Sensex और Nifty एग्जिट पोल के चलते अपने रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर छू रहे थे, तब भी कई यूजर्स ने ऐप के क्रैश या सही ढंग से काम न करने की शिकायत की थीं।
Zerodha down on such an important day !! How pathetic is this @zerodhaonline, no one can trust you now. #zerodha 👎🏼👎🏼 pic.twitter.com/0QrwoRPpaa
— Samir Abbas 🇮🇳 (@TheSamirAbbas) June 3, 2024
इसके पहले बीते साल 2023 में भी कई अहम मौकों पर जेरोधा यूजर्स को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जहां वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट को भी काफी समय तक एक्सेस नहीं कर पा रहे थे। समस्या को तुरंत हल करने के प्रयासों के बावजूद, ऐसे डाउनटाइम प्लेटफ़ॉर्म की भेद्यता को उजागर करते हुए इसके बुनियादी ढांचे पर भी सवाल खड़े करते रहे हैं।
Zerodha में संभावित टेक्निकल ग्लिच के दौरान यूजर्स को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ता है:
- ऐप पर लॉगिन न कर पाना
- धीमा रिस्पांस टाइम
- फुल आउटेज या ऐप ठप पड़ जाना
- ट्रेडिंग प्रॉसेस एरर
- स्टॉक पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में दिक्कत आदि
Zeordha Down: क्या हो सकते हैं कारण?
ज़ेरोधा (Zerodha) की ओर से वैसे तो कुछ आउटेज के पीछे तकनीकी गड़बड़ियों (टेक्निकल ग्लिच) और सर्वर ओवरलोड को मुख्य कारण बताया जाता रहा है। लेकिन कई बार जानकार ऐसे आउटेज व डाउनटाइम को ‘सॉफ्टवेयर अपडेट में गलती’ आदि से भी जोड़ते रहे हैं।
इतना ही नहीं बल्कि प्लेटफ़ॉर्म के टेज विस्तार और बढ़ते उपयोगकर्ता आधार की वजह से भी सिस्टम व सर्वर में दबाव बढ़ता है, जिसके चलते भी ऐप के परफॉर्मेंस संबंधी समस्याएं या आउटेज व डाउनटाइम जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। तो मुख्य रूप से आउटेज के पीछे की संभावित वजहों में शामिल हैं;
▶︎ टेक्निकल ग्लिच
▶︎ सर्वर ओवरलोड
▶︎ सॉफ्टवेयर अपडेट एरर
▶︎ यूजर्स बेस का तेज विस्तार आदि
आउटेज का असर
बार-बार स्टॉक ट्रेडिंग/ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म में होने वाले डाउनटाइम या आउटेज का सबसे अधिक नुकसान उपयोगकर्ताओं को होता है। आउटेज के चलते जहां यूजर्स या कहें तो ट्रेडर्स का ऐप पर विश्वास कम होता है, साथ ही कई बार उन्हें सही समय पर ट्रेडिंग का विकल्प न उपलब्ध होने की वजह से वित्तीय नुकसान भी झेलना पड़ता है।
एक तो पहले से ही ट्रेडिंग का समय निश्चित होता है, उस पर भी ट्रेडिंग अवधि के दौरान ट्रेड प्रॉसेस न हो और रियल टाइम बाजार अपडेट न मिलने के चलते निवेशकों कमाई के कई अच्छे अवसर चूक सकते हैं।
आउटेज का समाधान
वैसे Zerodha की ओर से खुद भी कई बार इन समस्याओं को स्वीकार किया गया है। कंपनी अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने और भविष्य में आउटेज को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाने की भी बात कहती रही है।
इतना ही नहीं बल्कि Zeordha ने Kite ऐप व ओवर-ऑल प्लेटफॉर्म के बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने सर्वर को अपग्रेड करने, सॉफ़्टवेयर में सुधार और अपनी निगरानी प्रणालियों को बढ़ाने में भी निवेश का आश्वासन दे रखा है। कंपनी अपने प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव कदम उठाए जाने की बात करती रही है।
जेरोधा द्वारा आउटेज मुद्दों को संबोधित करने के तमाम सराहनीय प्रयासों के बाद भी, हालिया दिक्कतों को देखते हुए यह कह सकते हैं कि प्लेटफ़ॉर्म को ट्रेडर्स का विश्वास जीतने के लिए और अधिक कोशिश करने की आवश्यकता है। कंपनी को अपने सिस्टम की स्थिरता और विश्वसनीयता को प्राथमिकता देनी होगी, ताकि एक सहज ट्रेडिंग अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।
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