UPI में Credit Line विकल्प क्या है? अकाउंट में पैसा नहीं, फिर भी होगी पेमेंट
यूपीआई क्रेडिट लाइन’ ‘UPI Credit Line’ ऑप्शन के साथ अब उपयोगकर्ता बैंक अकाउंट में पैसे नहीं होने पर यूपीआई पेमेंट कर सकेंगे। कैसे? आइए जानते हैं!
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) से जुड़ी एक नई सर्विस को लॉन्च करने की तैयारी में है, इस नई सेवा का नाम ‘यूपीआई क्रेडिट लाइन’ ‘UPI Credit Line‘ Option है, जो काफी हद तक क्रेडिट कार्ड की तरह काम करती है। इसका मतलब ये है कि अब अगर उपयोगकर्ता के बैंक अकाउंट में पैसे नहीं भी हैं तो भी दुकानों आदि जगहों पर UPI पेमेंट कर सकेंगे।
गौरतलब है कि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के हवाले से यह भी सामने आया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को यूपीआई के जरिए क्रेडिट लाइन सर्विस की पेशकश कर सकने संबंधित मंजूरी दे दी है। देश के कई प्रमुख बैंक जैसे कि HDFC, ICICI, PNB, Indian Bank आदि ने इस फीचर/सर्विस को जारी करने की दिशा में काम भी शुरू कर दिया है।
Overview (Table of Contents)
यूपीआई क्रेडिट लाइन (UPI Credit Line) क्या है?
UPI में प्रदान की जा रही ‘क्रेडिट लाइन’ एक ऐसा फीचर व प्रोडक्ट है, जिसकी मदद से ग्राहक बैंक अकाउंट में पैसा न होने की स्थिति में भी यूपीआई की मदद से भुगतान कर सकेंगे। UPI Credit Line ऑप्शन के तहत उपयोगकर्ताओं को क्रेडिट कार्ड की तरह एक निश्चित क्रेडिट लाइन या सरल भाषा में कहें तो ‘उधार’ की सीमा प्रदान की जाती है। इस विकल्प के तहत ग्राहक को बैंक में सिर्फ उतनी ही राशि पर ब्याज देना होता है जितना क्रेडिट लिमिट का उपयोग किया जाता है।
ध्यान देने वाली बात ये है कि भले UPI में Credit फीचर एक नया प्रोडक्ट हो, लेकिन यह जिस पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करेगा, वह मौजूदा UPI Pay & Accept सेटअप पर ही आधारित होगा।
कोई तात्कालिक फंड आउटगो नहीं: यूपीआई पर नए क्रेडिट फीचर के माध्यम से ग्राहक खरीदारी कर सकते हैं, लेकिन पेमेंट करने पर उनके बैंक अकाउंट से तुरंत कोई धनराशि नहीं कटेगी।
शॉपिंग के अंत में भुगतान: असल में UPI क्रेडिट फीचर के तहत पेमेंट एक साइकिल के अंत में होता है। दिलचस्प रूप से यूपीआई क्रेडिट लाइन फीचर की मदद से सिर्फ दुकानों में ही पेमेंट किया जा सकता है। इसमें दुकानदार को फीस के रूप में क्रेडिट की लागत वहन करनी पड़ती है। ग्राहकों के लिए इसमें कोई शुल्क नहीं लगता है।
यूपीआई का बढ़ता दबदबा
भारत में डिजिटल पेमेंट विकल्प के तौर पर UPI का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है और आज लगभग सभी जगह अधिकांश संख्या में यूपीआई पेमेंट्स ही हो रहे हैं। NPCI द्वारा देश में UPI को लॉन्च किए लगभग 8 साल हो रहे हैं। इन सालों में मुख्य तौर पर UPI ने डेबिट कार्ड्स का उपयोग कर ग्राहकों को कुछ सेकंड के भीतर अकाउंट-टू-अकाउंट मनी ट्रांसफर की सुविधा मुहैया करवाई है।
इसके साथ ही क्रेडिट ऑन यूपीआई क्रेडिट कार्ड्स जैसी सुविधाओं के साथ व्यापारियों को क्रेडिट कार्ड्स की तुलना में कम शुल्क का भुगतान करना एक बड़ा कारण हो सकता है, जो इस प्रोडक्ट के उपयोग को बढ़ावा देगा।
आंकडों पर नजर डालें तो, बाजार में AT Kearny और Amazon Pay की एक रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित तथ्य सामने आते हैं;
- ऑनलाइन खरीदारी: 53% उपभोक्ता ऑनलाइन खरीदारी के दौरान पेमेंट के लिए UPI को प्राथमिकता दे रहे हैं।
- ऑफलाइन खरीदारी: वैसे तो व्यापक रूप से नकद भुगतान अभी भी चल रहा है, लेकिन 25% उपभोक्ता UPI और 20% डिजिटल वॉलेट्स और कार्ड्स के जरिए पेमेंट कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें: WhatsApp People Nearby: बिना नंबर ‘क्विक फाइल शेयर’ करने का तरीका
UPI Products की List
बीतें इन आठ सालों में NPCI ने UPI के दिलचस्प इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हुए, कई प्रोडक्ट्स की रेंज भी पेश की है, जो कुछ इस प्रकार है:
- UPI LITE: यूपीआई लाइट की मादद से बैंक अकाउंट से एक निश्चित राशि को ब्लॉक करके एक वर्चुअल वॉलेट में डाल दिया जाता है, जिसे बिना किसी ‘टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन’ या ‘इंटरनेट’ के भी उन पैसों से पेमेंट की जा सकती है।
- Credit Card Payment: एनपीसीआई ने RuPay कार्डधारकों को अपने कार्ड को डिजिटलाइज करते हुए UPI QR Codes को स्कैन कर क्रेडिट कार्ड भुगतान करने की सहूलियत भी प्रदान की है।
- सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (eRupee): RBI की डिजिटल करेंसी – eRupee को UPI के साथ इंटरऑपरेबल बनाया गया है, जिससे वॉलेट में eRupee रखने वाले UPI QR स्कैन करके पेमेंट कर सकते हैं।