Unilever Layoff: 7,500 की होगी छंटनी, Magnum बनाने वाली आइसक्रीम यूनिट होगी अलग
Unilever ने Magnum जैसी लोकप्रिय आइसक्रीम बनाने वाली यूनिट को अलग करने की घोषणा की है. इस कदम के चलते 7,500 कर्मचारियों की छंटनी संभावित है.
विश्व की दिग्गज एफएमसीजी कंपनी यूनिलीवर (Unilever) में लगभग 7,500 कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है. असल में यूनिलीवर ने अपनी आइसक्रीम यूनिट को अलग करने का फैसला किया है. यह वही आइसक्रीम कंपनी है जो मैग्नम (Magnum) और बेन एंड जेरी (Ben & Jerry’s) जैसे लोकप्रिय ब्रांड चलाती है. (Unilever to layoff 7,500 employees?)
कंपनी ने मंगलवार को इसकी घोषणा की. यह कंपनी के लगात कटौती के प्रयासों का ही एक हिस्सा है. कंपनी के अलग होने या तकनीकी शब्दों में कहें तो स्पिन-ऑफ की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जा रही है. ये साल 2025 के अंत तक पूरी हो जाएगी.
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Unilever Layoff का कारण
दुनिया भर में यूनिलीवर में काम करने वाले कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित होंगे. इस निर्णय के जरिए कंपनी की कोशिश आने वाले 3 सालों में लगभग 800 मिलियन यूरो या 869 मिलियन डॉलर बचाने की है.
यूनिलीवर कर्मचारियों की संख्या में कटौती करते हुए कुछ चीजों पर विशेष फोकस करेगी.
- प्रोडक्शन को बढ़ाने में
- पैसों की बचत को लेकर
- टेक सेक्टर में अधिक निवेश
किन विभागों पर पड़ेगा सबसे अधिक असर?
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यूनिलीवर (Unilever) की इस छंटनी प्रक्रिया में ज्यादातर ऑफिस बेस्ड कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं. उपलब्ध आंकड़ें बताते हैं कि वर्तमान में दुनियाभर में यूनिलीवर में करीब 1,28,000 कर्मचारी काम करते हैं.
आएंगी नई जॉब्स
एक तरफ ये कंपनी छंटनी कर रही है, वहीं दूसरी ओर नई जॉब्स की भी उम्मीद जता रही है. उम्मीद है कि कंपनी अगले 2 साल में कुछ नए जॉब्स की पेशकश कर सकती है. अभी Unilever के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर यानी सीईओ हेन शूमाकर (Hein Schumacher) हैं.
आइसक्रीम यूनिट अलग करने की वजह
यूनिलीवर का कहना है कि आइसक्रीम यूनिट को अलग करने से कंपनी को कई मोर्चों पर मदद मिलेगी. प्रोडक्टिविटी प्रोग्राम की डिलीवरी आसान होगी. बिजनेस अधिक केंद्रित और अच्छा प्रदर्शन कर सकेगा.
यूनिलीवर यह कोशिश करेगी कि नई अलग हुई इकाई को विश्व में एक अग्रणी आइसक्रीम कंपनी के तौर पर स्थापित किया जा सके.
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