भारतीय घरों की हवा दुनिया में सबसे अधिक प्रदूषित, Dyson की रिपोर्ट
• भारत में बाहर से ज्यादा घरों के अंदर प्रदूषण
• Dyson की रिपोर्ट में खुलासा, सर्दियों में हालात और खराब
Most Polluted Homes Are In India: राजधानी दिल्ली सहित इसके उत्तर में कड़ाके की सर्दी के साथ, ये क्षेत्र घने कोहरे और प्रदूषण के कारण स्मॉग से भी ग्रसित हैं। वायु प्रदूषण की इस भयावह स्थिति के चलते सरकार ने भी इसमें सुधार के लिए अपने प्रयास तेजी लायी है , डायसन प्यूरीफायर की रिपोर्ट के अनुसार भारत के घरों के अंदर की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। भारतीय घरों में अंदर की वायु काफी खराब हो चुकी है।
पहले ग्लोबल कनेक्टेड एयर क्वालिटी डेटा प्रोजेक्ट के एक हिस्से के रूप में डायसन ने दुनियाभर के घरों में वायु की गुणवत्ता जांच के लिए 2022 से 2023 तक 2.5 मिलियन से अधिक डायसन प्यूरीफायर द्वारा एकत्र की गई इंडोर वायु गुणवत्ता का विश्लेषण किया गया।
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Global Connected Air Quality Data By Dyson
ग्लोबल कनेक्टेड एयर क्वालिटी डेटा प्रोजेक्ट में डायसन ने दुनियाभर के घरों में वायु की गुणवत्ता जांच के लिए 2022 से 2023 तक 2.5 मिलियन (25 लाख) से अधिक डायसन प्यूरीफायर द्वारा एकत्र की गई घरों के अंदर की वायु की गुणवत्ता का विश्लेषण किया। यह प्रोजेक्ट पीएम 2.5, और वाष्पशील कार्बनिक कंपाउंड पर आधारित है और भारत में अभी तक इसमें किसी भी प्रकार के काम की शुरुआत नहीं हुई है।
डायसन प्यूरीफायर घर के अंदर की वायु की गुणवत्ता की जांच करता है। यह घर के अंदर मौजूद 0.1 माइक्रोन से भी छोटे प्रदूषकों को हटाता है बल्कि हानिकारक गैसों को भी हटाता है, और कमरे के अंदर की वायु को शुद्ध करता है।डायसन के अनुसार भारतीय घरों के अंदर की वायु की गुणवत्ता को सुधारने में वह सक्रिय है।
Most Polluted Homes Are In India?
जब PM2.5 का स्तर अधिक हो जाता है तो घरों के अंदर की वायु काफी प्रदूषित हो जाती है। डायसन डेटा को वैज्ञानिकों सन् 2022 में पूरे साल की माप की एनालिसिस करके PM2.5 और वाष्पशील कार्बनिक यौगिक पर विश्लेषण किया। औसत डेटा का आँकलन मौसम, दिन, घंटे के अनुसार बांट कर किया गया है।
इसमें यह सामने आया है कि सर्दियों के समय प्रदूषण की स्थिति और भी भयानक हो जाती है। सर्दियों के मौसम में घरों के अंदर की हवा बाहर के मुकाबले 15 प्रतिशत तक अधिक प्रदूषित हो जाती है। इसको लेकर भारत में हालात और भी बुरे हैं। देश में सर्दियों के महीनों में घरों के अंदर प्रदूषण का स्तर 41 प्रतिशत तक अधिक खराब दर्ज किया गया।