‘समानता के असल मायनों’ की आवाज़ बनीं – ‘दीपिका नारायण भारद्वाज’
क्या सिर्फ पुरुष होना, प्रथम दृष्टया अपराधी कहलाने के लिए काफी है? मिलिए दीपिका नारायण भारद्वाज (Deepika Narayan Bhardwaj) से, जिनकी कोशिशें शायद हमारी आँखों पर पड़ा एकतरफा पर्दा हटा सकें।