SSC CGL 2024 TIER 1: रिजल्ट में बड़ी विसंगति का आरोप, कट-ऑफ पर सवाल, मार्क्स जारी करने की मांग
SSC CGL 2024 TIER 1 Result And Cut-Off Scam Controversy | स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा 2024 के टियर-1 परिणाम 6 दिसंबर को घोषित किए गए, लेकिन इसके साथ ही कट-ऑफ मार्क्स ने लाखों उम्मीदवारों को हैरान और निराश कर दिया है। जहां एक ओर इस वर्ष वैकेंसी की संख्या दोगुनी से अधिक बढ़ी है, वहीं कट-ऑफ मार्क्स ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। इन नतीजों ने पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर नई बहस छेड़ दी है।
What’s Inside
SSC CGL 2024 Result Scam?
कट-ऑफ का नया रिकॉर्ड: क्या है इसकी वजह?
SSC CGL 2024 की टियर-1 परीक्षा के परिणामों के साथ घोषित किए गए कट-ऑफ मार्क्स ने उम्मीदवारों को चौंका दिया है।
- सामान्य वर्ग (General) के लिए कट-ऑफ 150 अंकों से अधिक पहुंच गई, जो कि पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है।
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य श्रेणियों के लिए भी कट-ऑफ में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।
इस वर्ष वैकेंसी की संख्या लगभग 2.5 गुना बढ़ाई गई थी। आमतौर पर वैकेंसी बढ़ने से कट-ऑफ कम होनी चाहिए थी ताकि अधिक उम्मीदवारों को मौका मिले। लेकिन इसके उलट हुआ, जिसने उम्मीदवारों में रोष पैदा कर दिया।
नतीजों में गड़बड़ी के आरोप (SSC CGL 2024 Scam)
परिणाम घोषित होते ही सोशल मीडिया पर #SSC_SCAM, #SSC_जवाब_दो और #SSCCGL2024 जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
- कई उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि एक ही परीक्षा केंद्र से लगातार रोल नंबर चयनित हुए हैं।
- शिक्षकों और विशेषज्ञों ने इसे परीक्षा केंद्रों में प्रबंधन के जरिए की गई धांधली का संकेत बताया।
#SSC_STOP_SCAM #ssc_सुधार_करो #SSC_marks_public_करो
किसी एक ही Centre से इतने बच्चे Select हो जाना… हर किसी को संशय में डालता है महोदय…
और अगर SSC इन सभी के Marks Public करे तो पूरा Scam साफ़ हो जाएगा…
ऐसे बहुत से page list में है कृपया action ले और बच्चों का भरोसा बने.. pic.twitter.com/z6CYzKmVwV— Rojgar with Ankit (@rojgarwithankit) December 8, 2024
विवेक कुमार का ट्वीट:
“हाल ही में जारी SSC CGL 2024 TIER 1 के रिजल्ट में एक बड़ी विसंगति देखी जा रही है। जो एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रही है। एक ही सेंटर से लगातार रोल नंबर का सेलेक्ट होना अभी तक कभी नहीं देखा गया है। SSC को किसी सक्षम एजेंसी से तत्काल इस सेंटर और इन स्टूडेंट्स की जांच करानी चाहिए।”
अभिनय मैथ्स का बयान:
“आज जो दौर धांधलियों का चल रहा है वो कभी नहीं देखा! परीक्षाओं में धांधलेबाजों की इतनी पकड़ है कि खुले तौर पर ये SCAM चल रहा है।”
आज जो दौर धांधलियों का चल रहा है वो कभी नही देखा ! कुछ साल पहले अगर किसी परीक्षा में धांधली का शक भी होता था तो उस आयोग पर बैठे हर एक जिम्मेदार अफसर पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जाता था ! वर्तमान में छात्रों के लिए उनके हक के लिए कोई बात करने वाला नही है परीक्षाओं में धांधलेबाजो कि… https://t.co/orqJbN1Ay7
— Abhinay Maths (@abhinaymaths) December 8, 2024
SSC की विवादों से पुरानी पहचान
SSC परीक्षाओं पर धांधली और पारदर्शिता की कमी के आरोप कोई नई बात नहीं हैं।
- 2017 SSC CGL पेपर लीक: इस विवाद ने सुप्रीम कोर्ट को पूरे परीक्षा परिणाम को रद्द करने पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया था।
- सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सख्त संदेश देने के लिए कठोर निर्णय लेना जरूरी है।
हालांकि, इसके बाद भी SSC पर लगातार आरोप लगते रहे हैं कि वह परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने में असमर्थ है।
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निष्पक्षता पर सवाल: उम्मीदवारों की आवाज
उम्मीदवारों का कहना है कि मेहनत और तैयारी के बावजूद उनकी कड़ी मेहनत का फल नहीं मिल रहा।
- एक उम्मीदवार ने लिखा, “मेरे आखिरी प्रयास में सिर्फ 1 नंबर से रह गया। यह बिल्कुल अन्याय है।”
- छात्रों ने SSC से यह मांग की है कि परीक्षा परिणाम और मार्क्स को सार्वजनिक किया जाए ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
SSC CGL 2024: अब आगे क्या?
SSC के सामने अब बड़ी चुनौती है:
- पारदर्शिता बढ़ाना:
- परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए मार्क्स सार्वजनिक करना।
- चयन प्रक्रिया की स्वतंत्र जांच करवाना।
- तकनीकी खामियां दूर करना:
- परिणाम में रोल नंबर और अन्य डेटा की गलतियों को सुधारना।
- कड़ी सजा का प्रावधान:
- परीक्षा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को सख्त सजा देकर एक मिसाल कायम करना।
अभ्यर्थियों का सुझाव: सुधार की राह
परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए उम्मीदवारों ने कई सुझाव दिए:
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) या CBSE जैसी एजेंसियों को परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी देना।
- स्ट्रिक्ट ऑडिट और मॉनिटरिंग: परीक्षा केंद्रों की गहन जांच और कड़ी निगरानी।
- समयबद्ध और पारदर्शी प्रक्रिया: परीक्षा के हर चरण को ऑनलाइन ट्रैक करना और सभी जानकारी सार्वजनिक करना।