कोटा में फिर स्टूडेंट ने किया सुसाइड, लेटर में लिखा “यही लास्ट ऑप्शन है”
कोटा में आईआईटी जेईई की तैयारी कर रही एक छात्रा ने परीक्षा के दबाव में अपनी जान दे दी। लेटर में लिखा “मैं जेईई नहीं कर पाई, इसलिए सुसाइड कर रही हूँ”
तमाम कोशिशों के बाद भी फिलहाल देश के कोचिंग हब के नाम से मशहूर राजस्थान के कोटा में सुसाइड के मामले थमनें का नाम नहीं ले रहे। आज ही आईआईटी जेईई की तैयारी करने वाली एक छात्रा द्वारा सुसाइड (Kota Girl Suicide Case) किए जाने का मामला सामने आया है। एग्जाम में सफलता ना हासिल कर पाने की वजह से छात्रा तनाव में थी और उसने खुदकुशी कर ली।
खबरों में सामने आया है कि खुदकुशी करने वाली छात्रा को 2 दिन के बाद – 31 जनवरी को – JEE Mains का एग्जाम देना था। यह दुखद है कि बीतें कुछ समय से कोटा व अन्य स्थानों में छात्रों द्वारा खुदकुशी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। लगभग 18 साल की इस छात्रा ने अपने कमरे में फाँसी लगाकर अपनी जान दे दी। छात्रा कोटा की एक कोचिंग में आईआईटी जेईई परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
अपनी जान देने से पहले प्रतियोगी छात्रा ने एक ‘सुसाइड नोट’ भी लिखा, जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। अपने लेटर में छात्रा में लिखा;
“मम्मी-पापा मैं जेईई नहीं कर पाई, इसलिए सुसाइड कर रही हूँ, मैं लूजर हूँ, मैं सबसे खराब बेटी हूँ”
“सॉरी मम्मी-पापा, यही लास्ट ऑप्शन है!”
Kota में एक Girl स्टूडेंट ने किया Suicide
इसी के साथ एक और बच्ची ने अपनी जान ले ली… #Rajasthan #Kota pic.twitter.com/EvpWmAEm0P
— Neharika Sharma (@neharikasharmaa) January 29, 2024
2023 में 30 छात्रों ने किया था सुसाइड
पिछले साल 2023 में राजस्थान स्थित कोटा में करीब 30 छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता और अच्छे प्रदर्शन के दबाव आदि से जूझते हुए खुदकुशी कर ली थी।
और साल 2024 को शुरू हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन यह खुदकुशी का दूसरा मामला सामने आया है। आपको अगर याद हो 24 जनवरी NEET की तैयारी करने वाले एक छात्र ने भी अपनी जान दे दी थी।
Kota में Dinner With Collector
हालाँकि मौजूदा हालतों को मद्देनजर रखते हुए, कोटा में छात्रों के तनाव को कम करने और उन्हें ऐसे कदम उठाने के रोकने के लिए प्रशासन की ओर से भी प्रयास किए जा रहे हैं। कोटा जिला कलेक्टर ने हाल के दिनों एक दिलचस्प अभियान शुरू किया, जो ‘डिनर विद कलेक्टर’ के नाम से मशहूर हो रहा है।
इस अभियान के तहत कोटा जिला कलेक्टर ने प्रमुख इलाकों में स्थित हॉस्टलों का दौरा किया और छात्रों के साथ ही रात्रि भोजन कर उनसे बातचीत की।
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कोचिंगों के लिए नई गाइडलाइन
छात्रों के बीच लगातार बढ़ते खुदकुशी के मामलों को देखते हुए, कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्रालय ने कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की। इस नए दिशानिर्देश में 16 साल से कम उम्र के छात्रों को कोचिंग में एडमिशन नहीं देने जैसे नियम शामिल हैं।