EVM हैक हो सकने की बात पर Elon Musk को भारत सरकार के पूर्व मंत्री ने दिया जवाब
एलन मस्क (Elon Musk) ने ईवीएम (EVM) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVMs) के इस्तेमाल हो तुरंत बंद कर देना चाहिए। भारत सरकार में पूर्व मंत्री रहे राजीव चन्द्रशेखर ने दिया जवाब।
स्पेसएक्स (SpaceX), टेस्ला (Tesla) और एक्स (X) जैसी दिग्गज कंपनियों के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने शनिवार को कुछ ऐसा कहा, जिसके चलते भारत में एक बार फिर ईवीएम (EVM) की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे। एलन मस्क ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (Electronic Voting Machine – EVMs) के इस्तेमाल हो तुरंत बंद कर देना चाहिए, क्योंकि इसे इंसानों या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा हैक किया जा सकता है।
हम सब जानते हैं कि बीतें कुछ चुनावों से भारत में भी तमाम विपक्षी दल रह-रह कर EVMs हैकिंग की संभावना व्यक्त करते हुए, चुनाव की विश्वसनीयता पर प्रश्न खड़े करते रहे हैं। और दुनिया की शीर्ष टेक कंपनियों के मालिक द्वारा खुद ईवीएम को लेकर ऐसी आशंका व्यक्त करने के बाद, भारत में भी इसको लेकर फिर नए सिरे से बहस छिड़ती नजर आ रही है।
भले मस्क ने EVM हैकिंग की बात अमेरिकी चुनावों को लेकर कही हो, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का मुद्दा भारत में भी काफी चर्चित रहा है, और ऐसे में EVMs की सुरक्षा पर पहले से ही संदेह जताने वाले लोगों को एक मजबूत पक्षकार मिल गया है।
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Elon Musk vs EVM: कैसे शुरू हुआ विवाद?
एलन मस्क ने अमेरिका के आगामी चुनावों में राष्ट्रपति पद के स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर की एक पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए EVM का इस्तेमाल बंद करने की मांग की। अपने इस पोस्ट में कैनेडी जूनियर ने प्यूर्टो रिको के चुनावों में ईवीएम से जुड़ी अनियमितताओं का जिक्र किया है। कैनेडी ने कहा कि प्यूर्टो रिको के चुनावों में सैंकड़ों मतदान अनियमितताएं दर्ज की गई, लेकिन वहां पेपर ट्रेल के चलते कम से कम यह उजागर हो सका।
रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर ने यह सवाल उठाया कि उन देशों देश पारदर्शिता जैसे सुनिश्चित की जाएगी, जहां पेपर ट्रेल नहीं है? उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका के नागरिकों को यह जानने का पूरा अधिकार है कि उनका वोट किसको गया और कहीं उनके वोट के साथ छेड़छाड़ तो नहीं हुई है।
Elon Musk ने कहा, खत्म हो EVM
इसी पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, दूनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने कहा:
“हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को हटा देना चाहिए। इंसानों या एआई द्वारा (EVMs को) हैक किए जाने का जोखिम, भले छोटा है, लेकिन बहुत अधिक (खतरनाक) है।”
India Replies To Musk On EVM Hacking
ईवीएम हैकिंग की आशंका व्यक्त करने वाले एलन मस्क को भारत सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे राजीव चन्द्रशेखर ने जवाब दिया। राजीव चन्द्रशेखर ने मस्क की टिप्पणी को एक व्यापक ‘जनरलाइजेशन’ करार देते हुए कहा कि ‘मस्क की माने तो फिर ऐसे कोई भी एक ‘सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर’ नहीं बना सकता है। यह गलत है।’
भारत के पूर्व केंद्रीय आईटी मंत्री ने कहा, ‘एलन मस्क की बात अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकती है, जहां वो इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीनें बनाने के लिए नियमित कंप्यूट प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। लेकिन भारतीय ईवीएम कस्टम डिजाइन, सुरक्षित और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग होती हैं। इनमें कोई कनेक्टिविटी जैसे किसी प्रकार का ब्लूटूथ, वाईफाई, इंटरनेट नहीं होता। यानी इसमें कोई रास्ता नहीं है। इनमें फ़ैक्टरी प्रोग्राम कंट्रोलर्स का इस्तेमाल होता है, जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है।’
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This is a huge sweeping generalization statement that implies no one can build secure digital hardware. Wrong. @elonmusk ‘s view may apply to US n other places – where they use regular compute platforms to build Internet connected Voting machines.
But Indian EVMs are custom… https://t.co/GiaCqU1n7O
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@RajeevRC_X) June 16, 2024
इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने आगे शायद कुछ मज़ाक़िया तंज भरे लहजे में कहा कि ‘(अमेरिका व अन्य स्थानों पर) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ठीक वैसे ही तैयार और निर्मित किया जा सकता है, जैसा कि भारत करता है। हमें ‘एलन ट्यूटोरियल’ चलाने में खुशी होगी।’