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⭕️ दुनिया में सबसे पहले कहाँ और कैसे शुरू हुआ था गाड़ियों पर नंबर प्लेट का ट्रेंड?
गाड़ियों पर नंबर प्लेट लगाने का चलन सबसे पहले फ्रांस से शुरू हुआ। कारबाइक वेबसाइट के अनुसार, 1893 में फ्रांस ने मोटर वाहनों के लिए नंबर प्लेट को अनिवार्य कर दिया था। इसका उद्देश्य वाहनों की पहचान करना और कानून का पालन सुनिश्चित करना था। शुरुआती दौर में यह नियम केवल कुछ विशेष प्रकार के वाहनों पर लागू होता था, लेकिन धीरे-धीरे इसे सभी मोटर वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया। नंबर प्लेटों का प्रारंभिक स्वरूप बेहद सरल था। 1914 से 1939 तक, अधिकांश गाड़ियों की नंबर प्लेटों में एक अक्षर और चार संख्या होते थे, जो वाहन की पहचान का एक तरीका था। धीरे-धीरे अन्य देशों ने भी इस प्रक्रिया को अपनाया और गाड़ियों पर नंबर प्लेट लगाना एक वैश्विक मानक बन गया।
⭕️ बेंगलुरु में ₹500 करोड़ में बनने जा रहे स्काईडेक की खासियत क्या है?
बेंगलुरु में ₹500 करोड़ की लागत से बनने जा रहा 250 फीट ऊंचा स्काईडेक साउथ एशिया का सबसे ऊंचा स्काईडेक होगा, जिससे पूरे शहर का 360 डिग्री व्यू मिलेगा। यह स्काईडेक कुतुब मीनार की ऊंचाई से तीन गुना से भी अधिक होगा। इसमें कई अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जैसे लग्ज़री कॉम्प्लेक्स, रेस्टोरेंट, थिएटर, स्काई गार्डन, रोलरकोस्टर स्टेशन, एग्ज़ीबिशन हॉल, स्काई लॉबी और वीआईपी एरिया। यह स्काईडेक बेंगलुरु में एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगा, जहां से शहर का अद्भुत दृश्य देखा जा सकेगा।
⭕️ यूनिफाइड पेंशन स्कीम के लिए कौन-कौन होंगे पात्र?
केंद्र सरकार ने शनिवार को यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को मंजूरी दी। इस योजना के तहत केंद्रीय कर्मचारियों को यह विकल्प मिलेगा कि वे नई पेंशन योजना (NPS) में बने रहें या फिर UPS में शामिल हो जाएं। यह नई योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी, लेकिन NPS के तहत पहले से सेवानिवृत्त हुए और 31 मार्च 2025 तक सेवानिवृत्त होने वाले सभी लोग भी UPS के पात्र होंगे।
⭕️ उत्तर कोरिया में जींस पहनना बैन क्यों है?
उत्तर कोरिया में जींस पहनना सख्त मना है, और इसके पीछे एक गहरी राजनीतिक और सांस्कृतिक वजह है। जींस को वहां अमेरिकी साम्राज्यवाद का प्रतीक माना जाता है, और उत्तर कोरिया तथा अमेरिका के बीच की कट्टर शत्रुता को देखते हुए, जींस पहनना वहां की शासन व्यवस्था के खिलाफ एक अवांछित प्रभाव का प्रतीक समझा जाता है। उत्तर कोरिया की सड़कों पर फैशन पुलिस की गश्त रहती है, और अगर कोई व्यक्ति जींस पहने हुए पकड़ा जाता है, तो उसे जुर्माना या जेल जैसी दंड की सजा हो सकती है। यह उपाय स्थानीय संस्कृति और शासन के अनुसार विदेशी प्रभावों को नियंत्रित करने के प्रयास का हिस्सा है, जिससे कि अमेरिकी सांस्कृतिक प्रतीकों को स्थानीय समाज में फैलने से रोका जा सके।
⭕️ ओडिशा में सोने का बड़ा भंडार मिला: मंत्री ने दी जानकारी
ओडिशा के मंत्री बिभूति भूषण जेना ने हाल ही में जानकारी दी कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (IGS) ने राज्य के विभिन्न जिलों में सोने के बड़े भंडार का पता लगाया है। यह महत्वपूर्ण खोज देवगढ़ ज़िले के अदाशरामपल्ली क्षेत्र में कॉपर के अयस्क के सामान्य सर्वेक्षण के दौरान की गई। जेना ने बताया कि राज्य सरकार सोने के नए खोजे गए भंडारों की नीलामी के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। यह खोज ओडिशा के खनिज संसाधनों की समृद्धि को और बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस नई खोज के बाद, राज्य में सोने की खदानों के विकास की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा हो सकता है।
⭕️ मेडिकल कॉलेजों के दीक्षांत समारोह में काले गाउन की जगह पारंपरिक ड्रेस पहनने का नया निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश जारी किया है कि अब देशभर के सभी मेडिकल कॉलेजों के दीक्षांत समारोह में काले गाउन और टोपी के बजाय पारंपरिक पोशाक पहनी जाएगी। मंत्रालय का कहना है कि गाउन औपनिवेशिक युग की निशानी हैं और ये भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं हैं। इसके बजाय, पारंपरिक पोशाक को राज्य की वेशभूषा और स्थानीय परंपराओं के आधार पर चुना जाना चाहिए।
⭕️ भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से पांडवों के लिए जो 5 गांव मांगे थे वे आज कहां हैं?
महाभारत के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों और कौरवों के बीच युद्ध को टालने के प्रयास में दुर्योधन से पांडवों के लिए सिर्फ पाँच गांव मांगे थे। श्रीकृष्ण ने यह प्रस्ताव रखा था कि यदि दुर्योधन उन्हें पाँच गांव दे देते हैं, तो पांडव अपना राज्य छोड़कर उन्हीं गांवों में रह लेंगे और युद्ध टल जाएगा। हालाँकि, दुर्योधन ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप महाभारत का युद्ध हुआ।
पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार, जिन पाँच गांवों की बात की गई थी, उनके नाम इस प्रकार हैं:
- इंद्रप्रस्थ – वर्तमान में दिल्ली के क्षेत्र में माना जाता है।
- व्याघ्रप्रस्थ – जिसे आज बागपत (उत्तर प्रदेश) के नाम से जाना जाता है।
- स्वर्णप्रस्थ – जो वर्तमान में सोनीपत (हरियाणा) में स्थित है।
- पांडुप्रस्थ – जो अब पानीपत (हरियाणा) के नाम से प्रसिद्ध है।
- तिलप्रस्थ – जिसे वर्तमान में तिलपत (हरियाणा) के रूप में पहचाना जाता है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह जानकारी और स्थानों के नाम परंपराओं और मान्यताओं पर आधारित हैं। महाभारत की घटनाओं को ऐतिहासिक और भूगोलिक रूप से सटीक रूप में साबित करना कठिन है, लेकिन इन स्थानों को पौराणिक दृष्टिकोण से जोड़ा जाता है।
⭕️ कर्नाटक सरकार ने क्यों SBI व PNB के खातों से बंद किए सभी लेनदेन?
सरकारी फंड्स के दुरुपयोग के आरोपों के चलते कर्नाटक सरकार ने एसबीआई (SBI) और पीएनबी (PNB) के साथ सभी लेनदेन बंद करने का आदेश दिया। सरकार की मानें तो वर्ष 2013 में एसबीआई में कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ₹10 करोड़ की एफडी का दुरुपयोग कर एक कंपनी का लोन चुकाया गया। जबकि साल 2011 में पीएनबी में ₹25 करोड़ की सरकारी FD (फ़िक्सड डिपॉज़िट) का दुरुपयोग हुआ था।
⭕️ समय के साथ बदलता गया भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का डिज़ाइन
भारत के राष्ट्रीय ध्वज की इतिहास में कई चरणों का विकास हुआ है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान, कई प्रकार के झंडे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में इस्तेमाल किए गए (फोटो व Indian Flag Evolution यहां देखें)। ये झंडे केवल प्रतीकात्मक नहीं थे, बल्कि प्रत्येक ने अपने समय की सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों को भी दर्शाया। वर्तमान में हमारे राष्ट्रीय ध्वज का तिरंगा उन सभी संघर्षों और बलिदानों का प्रतीक है जो स्वतंत्रता की प्राप्ति में सहायक रहे।
⭕️ Space में 2025 तक फंसी रहेंगी सुनीता विलियम्स, शरीर पर क्या हो सकता है असर? – Did You Know
कुछ दिनों पहले NASA के एक मिशन के तहत स्पेस में गई अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर तकनीकी खामी के चालते स्पेस में ही फंस गए हैं। अब बताया जा रहा है कि वह फरवरी 2025 तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में ही रहेंगे। ऐसे में पृथ्वी के मुकाबले स्पेस में दोनों के शरीर में कई प्रभाव देखनें की संभावना है। असल में अंतरिक्ष में बोन डेंसिटी और मांसपेशियों पर अच्छा खासा प्रभाव पड़ता है और उनकी गुणवत्ता का क्षरण तेज हो जाता है। इतना ही नहीं बल्कि कम गुरुत्वाकर्षण के चलते हृदय रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है और दिमाग पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
⭕️ बारिश के दिनों में AC का ड्राय मोड करता है बढ़िया काम
बारिश का सीजन है और अगर आप एसी का इस्तेमाल करते हैं तो ये टिप आपके लिए ही है। इन दिनों में एसी का ड्राय मोड इस्तेमाल कीजिए, होगा क्या कि कमरे की नमी खत्म होती और कमरा अपने आप ठंडा होने लगेगा। इस मोड में अधिकतर ACs अपने कंप्रेसर को ऑटोमेटिक रूप से ऑन-ऑफ करती रहती हैं। वहीं एसी में लगा पंखा स्पीड से चलता रहता है। कुछ लोग इसको बारिश के दिनों में बेहतर विकल्प मानते हैं।
⭕️ फ्रेशर्स को सालाना ₹2.52 लाख की सैलरी देने पर ट्रोल हुई कॉग्निज़ेंट (Cognizant)
टेक कंपनी कॉग्निज़ेंट (Cognizant) द्वारा फ्रेशर्स को ₹2,52,000 प्रति वर्ष वेतन का जॉब ऑफर करने को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। कंपनी के इस ऑफर को लेकर एक X यूजर ने टिप्पणी करी कि इतनी कम सैलरी देने पर शर्म आनी चाहिए। जबकि अन्य एक यूजर्स ने कहा कि ‘इसमें भी अगर मेडिकल आदि जैसे कटौती हुई तो मिलेगा क्या ₹18,000 प्रति माह? इतने में तो पीजी भी नहीं मिल पाता आजकल।’