Champai Soren Joins BJP: चंपई सोरेन अब बीजेपी के साथ, हुई पुष्टि
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता चंपई सोरेन (Champai Soren) 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगे। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसकी तस्वीरें अब सामने आई हैं।
Champai Soren Joins BJP, Confirms Himanta Biswa Sarma | झारखंड की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर होने की पुष्टि हो गई है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता चंपई सोरेन 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगे। इस खबर की पुष्टि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने की है। 67 वर्षीय आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जहां असम के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे।
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Champai Soren Joins BJP
खुद हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के एक विशिष्ट आदिवासी नेता, चंपई सोरेन जी ने माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी से थोड़ी देर पहले मुलाकात की। वह 30 अगस्त को रांची में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगे।”
Former Chief Minister of Jharkhand and a distinguished Adivasi leader of our country, @ChampaiSoren Ji met Hon’ble Union Home Minister @AmitShah Ji a short while ago. He will officially join the @BJP4India on 30th August in Ranchi. pic.twitter.com/OOAhpgrvmu
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 26, 2024
चंपई सोरेन की राजनीतिक यात्रा
झारखंड की राजनीति में चंपई सोरेन का नाम एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। “झारखंड का बाघ” के नाम से मशहूर, उन्होंने 1990 के दशक में झारखंड के अलग राज्य के गठन के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य का गठन 2000 में हुआ था, और इस यात्रा में चंपई सोरेन का योगदान अमूल्य रहा है।
चंपई सोरेन ने 1991 में बिहार के सारा केला सीट से उपचुनाव में स्वतंत्र विधायक के रूप में चुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। इसके बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिसमें 2010 से 2013 तक अर्जुन मुंडा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी सेवाएं दीं। 2019 में जब हेमंत सोरेन ने अपनी दूसरी सरकार बनाई, तब चंपई सोरेन को खाद्य, नागरिक आपूर्ति और परिवहन मंत्री बनाया गया।
Champai Soren Joins BJP: संभावित कारण
चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे प्रमुख कारण यह है कि हेमंत सोरेन के जेल से छूटने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया। यह बदलाव उन्हें अपमानजनक लगा और उन्होंने अपने करीबी सहयोगियों के साथ इस बारे में नाराजगी जाहिर की। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने यह भी महसूस किया कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाकर उनके साथ गलत व्यवहार किया गया।
इसके अलावा, पार्टी के भीतर वंशवाद और परिवारवाद के बढ़ते प्रभाव से भी वह नाराज थे। लोबिन हेंब्रम, जो हाल ही में JMM से बगावत कर चुके हैं, ने मीडिया को बताया था कि चंपई सोरेन भाजपा के संपर्क में हैं और उन्होंने वंशवाद के खिलाफ आवाज उठाई है।
भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां
चंपई सोरेन ने कुछ दिनों पहले कहा था कि वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे और अपने नए अध्याय को मजबूती से आगे बढ़ाएंगे। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से यह भी कहा कि अगर उन्हें अच्छा सहयोगी मिलता है, तो वह उसके साथ मिलकर राज्य और जनता की सेवा करेंगे।
चंपई सोरेन का भाजपा में शामिल होना झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है। यह कदम न केवल राज्य में सत्ता समीकरणों को प्रभावित करेगा, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों में भी इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है। चंपई सोरेन की यह राजनीतिक चाल झारखंड में नए राजनीतिक समीकरणों का संकेत दे रही है, जो राज्य की राजनीति को नए दिशा में मोड़ सकती है।
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