मदरसों में बायोमीट्रिक उपस्थिति के आदेश का विरोध, यूपी में निर्देश जारी
उत्तर प्रदेश में मदरसों में बायोमीट्रिक उपस्थिति या हाजिरी लेने की तैयारी शूरू, लेकिन CM योगी सरकार के इस फैसले का हो रहा विरोध। समझिए पूरा मामला!
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड ने प्रदेश में संचालित सभी अनुदानित मदरसों में बायोमीट्रिक उपस्थिति/हाजिरी दर्ज (Biometric Attendance In UP Madrasas From July 2024) करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। यह आदेश जुलाई माह से लागू होगा। इस निर्णय का विरोध मदरसा शिक्षकों के संघ ने किया है और इस आदेश को वापस लेने की मांग की है।
फिलहाल सामने आ रही जानकारी के अनुसार, बोर्ड ने शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट में संबंधित अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि लखनऊ के अनुदानित मदरसों में शिक्षकों की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज होना शुरू हो गई है। इसके अलावा, बच्चों के फिंगर इम्प्रेशन भी लिए जा रहे हैं और जुलाई माह से उनकी भी बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
Overview (Table of Contents)
बायोमीट्रिक उपस्थिति की तैयारी
उत्तर प्रदेश में कुल 560 अनुदानित मदरसे संचालित किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहले चरण के तहत इन्हीं मदरसों में बायोमीट्रिक उपस्थिति शुरू की जा रही है। इसके बाद, मान्यता प्राप्त मदरसों में भी बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज किए जाने की संभावना है।
Biometric Attendance In UP Madrasas: टीचर्स एसोसिएशन का विरोध
मदरसों में बायोमीट्रिक उपस्थिति का विरोध टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया द्वारा किया जा रहा है। एसोसिएशन ने अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री को पत्र लिखकर इस आदेश को वापस लेने की मांग की है। एसोसिएशन के महामंत्री हाजी दीवान साहे जमां खां ने अपने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार के जिस गजट नोटिफिकेशन के आधार पर बायोमीट्रिक उपस्थिति का आदेश जारी किया गया है, वह मदरसा आधुनिकीकरण योजना और अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के पर्यवेक्षण के लिए जारी हुआ था। अब ये योजनाएं बंद हो चुकी हैं, इसलिए इस आधार पर बायोमीट्रिक उपस्थिति का कोई औचित्य नहीं है।
ये भी पढ़ें:
- तमिलनाडु में NEET खत्म? विधानसभा में प्रस्ताव पारित, क्या है मतलब
- समय से पहले रिटायर किए जाएंगे ‘नॉन-परफॉर्मिंग’ सरकारी कर्मचारी
रिपोर्ट के हवाले से जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि अनुदानित मदरसों में बायोमीट्रिक हाजिरी की तैयारी पूरी हो गई है। बच्चों के फिंगर इम्प्रेशन लिए जा रहे हैं और डाटा संकलित होते ही जुलाई माह से मदरसा छात्रों की बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश में मदरसों में बायोमीट्रिक उपस्थिति के आदेश को लेकर विरोध जारी है। जहां एक ओर बोर्ड ने इस निर्णय को लागू करने की पूरी तैयारी कर ली है, वहीं दूसरी ओर शिक्षक संघ ने इस आदेश को वापस लेने की मांग की है। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह आदेश लागू होता है या फिर शिक्षक संघ की मांग पर विचार करते हुए इसे वापस लिया जाता है।