भारत में 14-18 साल के 25% बच्चे ठीक से नहीं पढ़ पाते कक्षा 2 की किताब: सर्वे
⚈ ASER 2023 ‘बियॉन्ड बेसिक्स’ (Beyond Basics) शीर्षक वाली एक सर्वे रिपोर्ट में खुलासा।
⚈ देश में 14-18 साल के लगभग 86.8% बच्चे स्कूल जाते हैं।
Teens Aged Between 14-18 Can Not Read Class 2 Book?: भारत में जारी की गई नई वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (ऐन्यूअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट) या ‘ASER सर्वे’ में कुछ चौंकाने वाली चीजें सामने आई हैं। सर्वे के मुताबिक, देश में 14 से 18 साल की उम्र वाले लगभग एक चौथाई (25%) बच्चे अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में कक्षा 2 के स्तर की किताब भी ठीक तरीके से नहीं पढ़ पाते हैं।
यह खुलासा बुधवार (17 जनवरी) को ‘ASER 2023 ‘बियॉन्ड बेसिक्स’ (Beyond Basics) शीर्षक वाली एक सर्वे रिपोर्ट के तहत किया गया है। गौर करने वाली बात ये है कि रिपोर्ट के अनुसार, देश में 14-18 साल के लगभग 86.8% बच्चे स्कूल जाते हैं। लेकिन बावजूद इसके इनमें से लगभग 25% अपनी क्षेत्रीय भाषा में कक्षा 2 की किताब भी अच्छे से नहीं पढ़ सकते हैं।
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14-18 Years Old Can Not Read Class 2 Book
इसके साथ ही संबंधित उम्र के लगभग 42.7% बच्चे ऐसे हैं जो अंग्रेजी का वाक्य नहीं पढ़ पाते हैं। आपको बता दें, शिक्षा से संबंधित गैर-लाभकारी संस्था प्रथम फाउंडेशन के नेतृत्व में “बियॉन्ड बेसिक्स” शीर्षक नाम से ASER 2023 रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। इसके तहत किए गए सर्वे में 28 जिलों में सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूलों को शामिल किया गया।
इन संस्थानों से नामांकित 34,745 बच्चों में सर्वे में भाग लिया। रिपोर्ट मुख्यतः ग्रामीण भारत में 14 से 18 वर्ष की आयु वाले युवा बच्चों की पढ़ाई संबंधी स्थिति पर प्रकाश डालती है। दिलचस्प यह भी है कि रिपोर्ट के अनुसार,
“माध्यमिक शिक्षा को सभी तक पहुँचानें की सरकार की कोशिशों का असर होता दिख रहा है और सरकार के दबाव व अन्य कारणों से स्कूल न जाने वाले बच्चों और युवाओं का अनुपात भी घट रहा है।”
ASER 2023 Report: आँकड़े
इस रिपोर्ट में सामने आए कुछ आँकड़े इस प्रकार हैं;
- 14 से 18 साल की उम्र वाले लगभग 86.8% बच्चे स्कूल या कॉलेज में नाम दर्ज करवा चुके हैं।
- 2017 में 14-18 वर्ष के 76.6% बच्चे कक्षा 2 की किताब पढ़ सकते थे, लेकिन 2023 में यह संख्या कम होकर 73.6% हो गई है।
- सर्वे की मानें तो लड़कों की अपेक्षा लड़कियों ने अपनी क्षेत्रीय भाषा में कक्षा 2 की किताब पढ़ सकने के मामले में तुलनात्मक रूप से बेहतर प्रर्दशन (76%) किया है।
- वहीं बालकों ने अंकगणित और अंग्रेजी पढ़ने के मामले में बालिकाओं के समकक्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन दर्ज किया।
- सर्वे में शामिल 57.3 प्रतिशत युवा अंग्रेजी में वाक्य पढ़ सकते हैं। इनमें से लगभग तीन-चौथाई वाक्य का अर्थ बताने में भी सक्षम रहे।
- अंकगणित के लिहाज से 2017 में लगभग 39.5% युवा सरल (कक्षा 3-4) विभाजन सवालों को हल कर सकते थे, लेकिन 2023 में यह बढ़कर 43.3% हो गया है।
- सर्वे में शामिल लगभग 85% युवा प्रारंभिक बिंदु 0 सेमी होने पर, पैमाने के जरिए लंबाई की माप कर सकते हैं, लेकिन शुरुआती बिंदु बदलने के साथ ही यह अनुपात घटकर 39% हो गया।
असल में 26 राज्यों के 28 जिलों में किए गए इस सर्वे में यह सामने आया कि महज 28.1% लड़कियों ने STEM (विज्ञान, टेक्नॉलजी, इंजीनियरिंग और गणित) विषयों में रुचि जाहिर की और इसमें ही करियर बनाने की संभावना जताई। वहीं लड़कों के लिए यह आँकड़ा 36.3% रहा।